एक कहावत है कि पेट सफा तो हर रोग दफा। लगातार बदलते लाइफस्टाइल का सबसे ज्यादा असर हमारे स्वास्थ्य पर होता है। शरीर पर जितनी भी बीमारियां होती हैं। ज्यादातर पेट से होकर ही गुजरती है। गलत खानपान की वजह से हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। उन्हीं में से है एक है अल्सर। आज के समय में इस बीमारी ने कुछ ज्यादा ही अपना प्रकोप फैलाना शुरू किया है। आज हम आपको इस आर्टिकल में अल्सर से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे।
क्या होता है अल्सर
शरीर के अंदर छोटी आंत के म्यूकल झिल्ली पर छाले या घाव की समस्या को गैस्ट्रिक अल्सर कहा जाता है। यह पेट में अधिक मात्रा में एसिड होने, धूम्रपान या नशीले पदार्थ का सेवन, स्टेरॉयड के सेवन, अनुवांशिक लक्षण और तनाव के कारण , वा गलत खानपान से हो सकता है। इसके अलावा हेलीकोबेक्टर पैलोरी नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण असर होता है। पेट में घाव या छाले होने को चिकित्सीय भाषा में अल्सर या पेप्टिक अल्सर कहते हैं। पेट में गाढे तरल पदार्थ म्यूकस की एक चिकनी परत होती है। जो पेट के भीतरी परत को हाइड्रोक्लोरिक एसिड से बचाती है। इस एसिड की खासियत है कि जहां या एसिड पाचन क्रिया के लिए जरूरी होता है वही शरीर के ऊतकों को नुकसान भी पहुंचाता है। इस एसिड और म्यूकस परत के बीच तालमेल होता है।इसके संतुलन बिगड़ने से ही पेट में छाले होते हैं। आमतौर पर यह आहार नली पेट और छोटी आंत के ऊपरी भाग में होते हैं। पेट में अल्सर को आमतौर पर गैस्ट्रिक अल्सर भी कहा जाता है।
पेट में अल्सर होने के क्या है लक्षण
पेट में अल्सर होने पर व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के लक्षण महसूस होते हैं। यह सभी मरीजों की स्थित की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। आमतौर पर व्यक्ति को पेट और सीने के बीच जलन और दर्द महसूस होता है।यह दर्द खाली पेट अधिक तीव्र होता है। जो कि व्यक्ति को लंबे समय तक परेशान कर सकता है। पेट में अल्सर निम्न प्रकार के लक्षण है।
- पेट में बिना किसी कारण के दर्द होना
- पेट में दर्द के कारण कुछ न खाना
- जी मिचलाना
- उल्टी होना
- पेट फूलना
- सीने में जलन होना
- खून की कमी होना
- मल में खून आना
- खाने-पीने के एक-दो घंटे बाद असहज महसूस होना
- , पेट दर्द के कारण रात में जग जाना,
- खाना कम खाने कम खाने के बाद पेट भरा हुआ लगना
- पेट में भारीपन महसूस होना
- ,सूजन जलन होना
- हल्का दर्द होना
- अचानक वजन में कमी आना
- इस प्रकार के लक्षण व्यक्ति को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। अगर पेप्टिक अल्सर का सही समय में इलाज नही कराया गया तो ऐसे व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
क्या है अल्सर होने के कारण
जब पाचन रस पेट या छोटी आते की दीवारों को नुकसान पहुंचाते हैं तो अल्सर बन जाता है। यदि बलगम की परत पतली हो जाती है। और यह आपका पेट अधिक एसिड बनाता है। इसके प्रमुख कारण है।
बैक्टीरिया
इसे हेलीकोबेक्टर पाईलोरी कहा जाता है। एच पाइलोरी से संक्रमित अधिकांश लोगों को अवसर नहीं होता है। लेकिन दूसरों में या एसिड की मात्रा बढ़ा सकता है सुरक्षात्मक बलगम की परत को तोड़ सकता है। और पाचन तंत्र को परेशान कर सकता है। जानकारों को अभी तक यह मालूम नहीं है कि एच पाईलोरी कैसे फैलता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास आ सकता है। जैसे भोजन से साथ, झूठा पानी पीने से, चुम्मा लेने से आदि
निवारक दवाएं
यदि आप अक्सर और लंबे समय से एस्प्रिन ले रहे हैं। तो आपको पेप्टिक अल्सर होने की अधिक संभावना होती है। यह भी सच है कि अन्य नॉनस्टेरॉयडल anti-inflammatory ड्रग्स लेने के कारण भी होता है। इसमें इबुप्रोफेन और नेपरोक्सन शामिल है। NSAID आपके शरीर में एक ऐसा रसायन बनाने से रोकता है। जो पेट की छोटी दीवारों और पेट की छोटी आंत में एसिड बचाने में मदद करता है।
अल्सर घरेलू उपचार क्या है
पेट में अल्सर को घरेलू उपाय उनकी मदद से ठीक किया जा सकता है। ध्यान रहे घरेलू उपचार केवल हाल के लक्षणों पर ही असर करते है।
- चना या फिर चने की सब्जी बनाकर खाएं इससे भी संक्रमण में काफी लाभ होता है।
- पाचन क्रिया अच्छी तरीके से होती रहे। इसके लिए साबूत लहसुन या फिर रस बहुत लाभकारी है। इसमें एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं ।जो पेट के सूजन को कम, और संक्रमण का बचाव के लिए करते है।
- एक गिलास से गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालकर पी हैं। इससे आपका पाचन तंत्र मजबूत होगा।
- सुबह खाली पेट पानी के साथ हींग का सेवन करने से पेट में कीड़े मरते हैं। इसका नियमित तौर पर सेवन करना चाहिए।
- केला खाने से भी पेट दर्द में राहत मिलती है। क्योंकि इसमें पोटैशियम होता है। और प्राकृतिक चीनी भी होती है। यह आसानी से हजम हो जाता है। और पेट को ठंडा रखता है।
- पेट की समस्या से निजात पाने के लिए आपको अदरक का छोटा टुकड़ा सेंधा नमक और चुटकी भर काली मिर्च के साथ मिलाकर एक गिलास पानी साथी लेना चाहिए।
- एलोवेरा एक बहुत ही जानी मानी घरेलू औषधि है। जिससे में पाए जाने वाला रास्ता तेल पेट के लिए लाभदायक होता है। एक रिसर्च के अनुसार चूहों के पेट में अल्सर के लिए एलोवेरा का उपयोग किया गया है।
- हल्दी एक भारतीय मसाला है। लेकिन सौ मर्ज की एक दवा है। हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन पेट में अल्सर को होने से रोकता है।
- अगर इन सब के बावजूद भी अल्सर में ठीक हो रहा हो तो नजदीकी डॉक्टर को दिखाएं।
पेट में अल्सर होने पर क्या खाना चाहिए
पेट में अगर अल्सर की शिकायत हो तो खाने पीने के प्रति बहुत सावधानी रखनी चाहिए।
फल और सब्जी का सेवन
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल और सब्जियां खाने से पेप्टिक अल्सर में आराम मिलता है। जैसे संतरा मूली और पत्ता गोभी।
फाइबर युक्त आहार का सेवन
आसानी से पचने वाले हाई फाइबर आंतों में अल्सर होने के खतरे को कम करते हैं।
प्रोबायोटिक्स
दही प्रोबायोटिक्स आहार का सबसे बेहतर उपचार है। इसमें एच पाइलोरी को कम करने के गुण होते हैं। पेट में अल्सर के लिए एंटीबायोटिक दवाएं कम प्रभावित है।
विटामिन सी
यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट युक्त पदार्थ है। विटामिन सी एच पाइलोरी को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए विटामिन सी से जुड़ी चीजें खानी चाहिए।
जिंक
जिंक या माइक्रोन्यूट्रीशन हमारे इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है। पीठ के घाव को कम करता है। इसलिए जिंक से जुड़ी चीजें खानी चाहिए। जैसे
गोभी ,पत्ता गोभी ,मूली ,साग ,ब्लूबेरी ,ब्रोकली स्ट्रॉबेरी ब्लैकबेरी आदि।
पेट में अल्सर होने पर क्या नही खाना चाहिए
- फ्राइड फूड
- नींबू
- तीखी मिर्च
- काली मिर्च
- चॉकलेट
- कॉफी
- काली चाय
- कोल्ड ड्रिंक्स
- सरसों के बीच
- अल्कोहल
- कैफीन युक्त सोडा
- वसायुक्त पदार्थ
- मसालेदार भोजन
- मांस मछली
क्या केला अल्सर के लिए लाभदायक है?
केला अल्सर के लिए अच्छा माना गया है। इसमें एंटीबैक्टीरियल कंपाउंड मौजूद होते हैं। जो अल्सर बनने के कारण वाले बैक्टीरिया रोकते हैं। केला पेट को ठंडा रखता है।
अल्सर की समस्या में सुबह के समय क्या खा सकते हैं।
अल्सर की समस्या में सुबह के नाश्ते में फल, जूस का सेवन कर सकते हैं। सुबह का नाश्ता करना बहुत जरूरी होता है।
क्या पेट के अल्सर के लिए चीज ( पनीर) हानिकारक है?
बिल्कुल नही , पेट के अल्सर के लिए चीज हानिकारक नहीं है। इस दौरान लो फैट चीज का सेवन सीमित मात्रा में किया जा सकता है।
क्या अल्सर के लिए चावल खाना ठीक है?
अल्सर के लिए चावल खाना अच्छा नहीं माना जाता है। अल्सर मरीजों को चावल का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। इससे साइड इफेक्ट होते हैं।
क्या अल्सर के लिए अंडा खाना उचित है?
अंडा खाना अल्सर मरीज के लिए अच्छा माना गया है। इसलिए अंडे का सेवन कर सकते हैं।
क्या अदरक अल्सर का इलाज सकता है?
जी हां, अदरक अल्सर का बचाव कर सकता है। अदरक में एंटी अल्सर गुण होने के साथ-साथ गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव प्रभाव होते हैं इस समस्या के जोखिम को कम करने के लिए अच्छा होता है।
निष्कर्ष
अल्सर एक जानलेवा बीमारी है। यह बीमारी किसी को भी हो सकती है। जैसे पुरुष, महिला , बच्चे आदि। अल्सर रोग के लक्षण नजर आने पर इसे नजरंदाज करना खतरनाक होता है। इस बीमारी को आप सही खानपान और घरेलू इलाज से भी ठीक कर सकते है। अल्सर अगर गंभीर हो गया हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं । उम्मीद है आर्टिकल में बताई गई जानकारी से आप संतुष्ट है।